सीएम का ऐलान, स्कूलों में एक भी पद नहीं रहेगा खाली, जल्द होंगी भर्तिया
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रत्येक स्कूल में खेल मैदान उपलब्ध करवाया जाएगा
जिससे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों से बेहतर खेल प्रतिभाओं को आगे लाया जा सके। खेलों का
निजी हितों के लिए प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए।
इस विकृति से कई खेल बदनाम हुए। यह न तो राष्ट्र और न ही खेल हित में है। मुख्यमंत्री वीरवार
को सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र के कुमारहट्टी तथा बोहली में जनसभाओं
को संबोधित कर रहे थे।
कहा कि शिक्षकों की इतनी भर्तियां की जाएंगी कि कोई पद रिक्त न रहे। प्रदेश सरकार
पारंपरिक तथा ग्रामीण खेलों को बढ़ावा दे रही है। आधुनिक खेलों के मुकाबले आज भी
ग्रामीण क्षेत्रों में कुश्ती, वॉलीबाल और अन्य खेलों को अधिक पसंद किया जाता है,
जिनको और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
स्कूल कॉलेजों में होगी इन शिक्षकों की भर्ती
प्रत्येक महाविद्यालय में संगीत अध्यापक तथा तबला मास्टरों की नियुक्ति की जाएगी।
इसी प्रकार प्रत्येक जमा दो स्कूलों में भी चरणबद्ध तरीके से संगीत अध्यापक उपलब्ध करवाए
जाएंगे।
माध्यमिक से ऊपर की पाठशालाओं में शारीरिक अध्यापकों का होना अति आवश्यक है और
सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है। लड़कियों को शिक्षा की सुविधा के लिए अधिकतर
शिक्षण संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए हैं।
प्रदेश के बजट की अधिकतर राशि शिक्षा पर खर्च की जा रही है। प्रदेश सरकार सभी
सरकारी पाठशालाओं में खाली पदों को भरने के लिए प्रयासरत है और निकट भविष्य में सभी
पद भर दिए जाएंगे और प्रत्येक स्कूल में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रत्येक स्कूल में खेल मैदान उपलब्ध करवाया जाएगा
जिससे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों से बेहतर खेल प्रतिभाओं को आगे लाया जा सके। खेलों का
निजी हितों के लिए प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए।
इस विकृति से कई खेल बदनाम हुए। यह न तो राष्ट्र और न ही खेल हित में है। मुख्यमंत्री वीरवार
को सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र के कुमारहट्टी तथा बोहली में जनसभाओं
को संबोधित कर रहे थे।
कहा कि शिक्षकों की इतनी भर्तियां की जाएंगी कि कोई पद रिक्त न रहे। प्रदेश सरकार
पारंपरिक तथा ग्रामीण खेलों को बढ़ावा दे रही है। आधुनिक खेलों के मुकाबले आज भी
ग्रामीण क्षेत्रों में कुश्ती, वॉलीबाल और अन्य खेलों को अधिक पसंद किया जाता है,
जिनको और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
स्कूल कॉलेजों में होगी इन शिक्षकों की भर्ती
प्रत्येक महाविद्यालय में संगीत अध्यापक तथा तबला मास्टरों की नियुक्ति की जाएगी।
इसी प्रकार प्रत्येक जमा दो स्कूलों में भी चरणबद्ध तरीके से संगीत अध्यापक उपलब्ध करवाए
जाएंगे।
माध्यमिक से ऊपर की पाठशालाओं में शारीरिक अध्यापकों का होना अति आवश्यक है और
सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है। लड़कियों को शिक्षा की सुविधा के लिए अधिकतर
शिक्षण संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए हैं।
प्रदेश के बजट की अधिकतर राशि शिक्षा पर खर्च की जा रही है। प्रदेश सरकार सभी
सरकारी पाठशालाओं में खाली पदों को भरने के लिए प्रयासरत है और निकट भविष्य में सभी
पद भर दिए जाएंगे और प्रत्येक स्कूल में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध करवाया जाएगा।
No comments:
Post a Comment
Do leave your comment.