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6 July 2016

अगले साल नए पैटर्न पर एचएएस परीक्षा।

राज्य लोक सेवा आयोग ने अगले साल से एचएएस परीक्षा को आईएएस पैटर्न पर आयोजित करने संबंधी सूक्ष्म
पाठ्यक्रम के अंतिम प्रारूप को अपनाने का निर्णय लिया है। इसे राज्य मंत्रिमंडल ने गत सप्ताह अपनी स्वीकृति प्रदान की थी।

सोमवार को आयोजित बैठक में प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष केएस तोमर सहित आयोग के सभी सदस्य प्रदीप चौहान,
आरएस नेगी और मान सिंह के अलावा आयोग के सचिव संजीव पठानिया, संयुक्त सचिव मनोज तोमर व उपसचिव त्रिलोक चौहान
भी उपस्थित थे। श्री तोमर ने कहा कि आयोग ने नए पाठ्यक्रम के विभिन्न प्रश्न पत्रों, जिन्हें प्रदेश विश्वविद्यालय और केंद्रीय
विवि के विशेषज्ञों द्वारा अनुमोदित किया गया है, पर विस्तारपूर्वक चर्चा के उपरांत स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने कहा कि सैंपल
प्रश्न पत्रों सहित नए लघु पाठ्यक्रम को आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। सिविल सेवा परीक्षा के नए पैटर्न को
अपनाना आयोग के इतिहास में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है। श्री तोमर ने कहा कि सैंपल पेपरों का उद्देश्य उम्मीदवारों को नए
पाठ्यक्रम के पैटर्न के बारे में जानकारी प्रदान करना है और वे एचएएस एवं संबद्ध संयुक्त सेवा परीक्षा में सफलता के लिए पूरी
तैयारी कर सकेंगे। सूक्ष्म पाठ्यक्रम का प्रारूप उम्मीदवारों एवं अन्य हितधारकों के सुझाव आमंत्रित करने के लिए गत 18 अप्रैल
को आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किया गया था और इस संबंध में उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं। अध्यक्ष ने कहा कि
आयोग के सेवानिवृत्त सदस्य प्रो. जेसी शर्मा नए सूक्ष्म स्तर के पाठ्यक्रम के निर्माण में जुड़े थे और प्रदेश विवि व केंद्रीय
विश्वविद्यालय के 20 प्रोफेसरों की सहायता भी इस कार्य में ली गई। अनेक बैठकों एवं गहन विचार-विमर्श के उपरांत यह कार्य
पूर्ण हो सका। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन तथा अभिक्षमता परीक्षा (एप्टीट्यूड) प्रत्येक 200 अंकों
के दो पेपर होंगे। अभिक्षमता परीक्षा के लिए कम से कम 33 प्रतिशत क्वालीफाइंग अंक निर्धारित किए हैं। उन्होंने कहा कि
प्रारंभिक परीक्षा की मैरिट सामान्य अध्ययन पेपर में प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर तैयार की जाएगी। मुख्य परीक्षा में
अंग्रेजी और हिंदी प्रत्येक 100 अंकों के पेपर होंगे, जिनमें कम से कम 40 प्रतिशत क्वालिफाइंग अंक होंगे। उन्होंने कहा कि
सामान्य अध्ययन के प्रत्येक 200 अंकों के तीन पेपर होंगे, 100 अंकों का एक पेपर अंग्रेजी निबंध तथा वैकल्पिक विषयों के
200-200 अंकों के पेपर एक व पेपर दो होंगे। उन्होंने कहा कि साक्षात्कार 150 अंकों का होगा। इस प्रकार मुख्य परीक्षा कुल
1050 अंकों की होगी। उन्होंने कहा कि अब 600 अंकों के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र मैरिट का निर्धारण करेंगे न कि वैकल्पिक
प्रश्न पत्र, जो केवल 200 अंकों के होंगे।

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