फोरेस्ट गार्ड भर्ती नियम सख्त नहीं होंगे।
शिमला — प्रदेश सरकार ने फोरेस्ट गार्ड की भर्ती के नियमों में कुछ रियायत देने की सोची है। इस
कारण से ही राज्य में वर्तमान में चल रही फोरेस्ट गार्डों की भर्ती को रोक दिया गया है। जल्द ही नए
नियमों के साथ भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बताया जाता है कि पहले फोरेस्ट भर्ती के नियम
अन्य श्रेणियों के भर्ती नियमों से अलग थे, जिस कारण समस्या पेश आ रही थी। खासकर पुलिस भर्ती
को आधार बनाकर युवा इस पर सवाल उठा रहे थे, जिसे सरकार ने भी माना था। सरकार के निर्देशों के
बावजूद वन विभाग नए नियम भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं कर पाया, जिससे अचानक 445 पदों पर
अचानक भर्ती रोकनी पड़ी। सूत्रों के अनुसार सचिवालय स्तर पर ये भर्ती नियम बदले जा रहे हैं। बताते
हैं कि पहले फोरेस्ट गार्ड की भर्ती के लिए फिटनेस टेस्ट में मैरिट जरूरी बनाई गई थी और पिछली भर्ती
में भी यही नियम था। इस कारण बड़े स्तर पर युवा इसे क्वालिफाई नहीं कर पाए। फिटनेस टेस्ट में मैरिट
हासिल करने वालों को ही आगे साक्षात्कार का मौका मिल पाता था, मगर अब नए नियमों में ऐसा
नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार फिटनेस टेस्ट युवाओं को सिर्फ क्वालिफाई करना होगा, जिसके लिए
न्यूनतम मापदंड तय किए जाएंगे। इसके अलावा फोरेस्ट गार्ड, जो कि अनुबंध आधार पर भर्ती किए जाने
हैं, के लिए भी सरकार द्वारा तय नियम होंगे। अनुबंध आधार पर कार्यरत अन्य विभागों के कर्मचारियों
को जो रियायतें दी जा रही हैं, वहीं इन फोरेस्ट गार्डों को भी दी जाएंगी, जिसे नए नियमों में
शामिल करने के लिए कहा गया है। फोरेस्ट गार्डों (महिलाओं) को मैटरनिटी लीव का प्रावधान इसमें
किया जा रहा है। इस वर्ग के लिए प्रोवेशन पीरियड भी रखा जाएगा। प्रोवेशन पर लगने के बाद अन्य
श्रेणियों की तरह इनके लिए भी तबादला नियम तय होंगे। पुलिस में भर्ती होने वाले कांस्टेबलों के लिए
जो नियम हैं, उन नियमों को यहां पर लागू किया जाएगा।
शिमला — प्रदेश सरकार ने फोरेस्ट गार्ड की भर्ती के नियमों में कुछ रियायत देने की सोची है। इस
कारण से ही राज्य में वर्तमान में चल रही फोरेस्ट गार्डों की भर्ती को रोक दिया गया है। जल्द ही नए
नियमों के साथ भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बताया जाता है कि पहले फोरेस्ट भर्ती के नियम
अन्य श्रेणियों के भर्ती नियमों से अलग थे, जिस कारण समस्या पेश आ रही थी। खासकर पुलिस भर्ती
को आधार बनाकर युवा इस पर सवाल उठा रहे थे, जिसे सरकार ने भी माना था। सरकार के निर्देशों के
बावजूद वन विभाग नए नियम भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं कर पाया, जिससे अचानक 445 पदों पर
अचानक भर्ती रोकनी पड़ी। सूत्रों के अनुसार सचिवालय स्तर पर ये भर्ती नियम बदले जा रहे हैं। बताते
हैं कि पहले फोरेस्ट गार्ड की भर्ती के लिए फिटनेस टेस्ट में मैरिट जरूरी बनाई गई थी और पिछली भर्ती
में भी यही नियम था। इस कारण बड़े स्तर पर युवा इसे क्वालिफाई नहीं कर पाए। फिटनेस टेस्ट में मैरिट
हासिल करने वालों को ही आगे साक्षात्कार का मौका मिल पाता था, मगर अब नए नियमों में ऐसा
नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार फिटनेस टेस्ट युवाओं को सिर्फ क्वालिफाई करना होगा, जिसके लिए
न्यूनतम मापदंड तय किए जाएंगे। इसके अलावा फोरेस्ट गार्ड, जो कि अनुबंध आधार पर भर्ती किए जाने
हैं, के लिए भी सरकार द्वारा तय नियम होंगे। अनुबंध आधार पर कार्यरत अन्य विभागों के कर्मचारियों
को जो रियायतें दी जा रही हैं, वहीं इन फोरेस्ट गार्डों को भी दी जाएंगी, जिसे नए नियमों में
शामिल करने के लिए कहा गया है। फोरेस्ट गार्डों (महिलाओं) को मैटरनिटी लीव का प्रावधान इसमें
किया जा रहा है। इस वर्ग के लिए प्रोवेशन पीरियड भी रखा जाएगा। प्रोवेशन पर लगने के बाद अन्य
श्रेणियों की तरह इनके लिए भी तबादला नियम तय होंगे। पुलिस में भर्ती होने वाले कांस्टेबलों के लिए
जो नियम हैं, उन नियमों को यहां पर लागू किया जाएगा।
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